22 जून 2020

रोगों को दूर करने की क्षमता है योग में : डॉ खरे


नियमित योग करने से न केवल तन अपितु मन भी शांत, प्रसन्न और ऊर्जवसित होता है। नियमित योग करने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में व्रद्धि होती है तथा योग रोगों से तन को बचाता है।
    अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उक्त उद्गार शासकीय स्नातक महाविद्यालय करैरा में सम्पन्न योग दिवस पर संस्था के प्राचार्य डॉ. एल.एल. खरे ने व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने स्वतः ही मनुष्य की जीवन शैली बदल कर रख दी है। इस महामारी ने लोगों के भीतर अशांति, एकाकीपन,अवसाद, कुण्ठा जैसे नकारात्मक विचार भर दिए है। इन्हें एकमात्र योग से ही दूर किया जा सकता है। महाविद्यालय में सोशल दूरी का पालन करते हुए डॉ. एल.एस. बंसल ने अनुलोम विलोम, कपल भाती, भ्रामरी आदि योग क्रियायों के लाभों को बताते हुए इनका अभ्यास कराया। इस कार्यक्रम में डॉ. मलकीत सिंह, आनन्द श्रीवास्तव, अक्षित श्रीवास्त, लखन कुशवाह, गणेशलाल, रवि, मीराबाई, नीरज कुशवाह आदि उपस्थित रहे।

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