17 जन॰ 2020

गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक है: सतीश श्रीवास्तव


       "समय कितना भी आगे बढ जाये परंतु गांधी जी के विचार कभी भी पुराने नहीं हो सकते वे तभ भी मूल्यवान थे आज भी  प्रासंगिक हैं और आगे भी प्रासंगिक रहेंगे।"
    शासकीय महाविद्यालय करैरा में गांधी जी की 150 वीं जयन्ती कार्यक्रमों की श्रंख्ला में उक्त उद्गार नगर के कवि और लेखक सतीश श्रीवास्तव ने व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था के प्राचार्य डाॅ. एल.एल. खरे ने अपने उद्वोधन में गांधी जी के जीवन से जुडे विभिन्न पहलुओं को स्पर्श किया उन्होंने छात्रों से गांधी जी के जीवन से प्रेरणा लेने का अवाहन किया। इस अवसर पर गांधी जी के जीवन दर्शन पर केन्द्रित प्रश्‍नमंच प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें 74 छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। कु. कीर्ती अहिरवार, प्रवेश कुमार लोधी एवं प्राची वेदोरिया के दल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। संचालन डाॅ. देवेन्द्र मौर्य, दिलीप सिंह तोमर, देवेन्द्र कदम, डाॅ.  सुशील दोहरे ने किया। इस अवसर पर डाॅ. मलकीत सिंह, डाॅ. प्रियंका श्रीवास्तव, डाॅ. शाहीन नाज, डाॅ. मुकेश यादव, मो. हनीफ खांन  ने भी अपने विचार व्यक्त किये। आभार प्रदर्शन श्री अक्षित श्रीवास्तव एवं संयोजन नीरज कुशवाह ने किया।

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