माता पिता बच्चों को जन्म देते है परन्तु उनमे संस्कार, विद्या और ज्ञान के बीजों का रोपड़ गुरु ही करते है। गुरु मनुष्य के समग्र व्यक्तित्व का निर्माता होता है। इसलिए उसका स्थान समाज मे सबसे ऊंचा होता है। शासकीय महाविद्यालय करेरा में आयोजित गुरु पूजन कार्यक्रम में उक्त उद्गार संस्था के प्राचार्य डॉ एल एल खरे ने व्यक्त किये।उन्होंने नव प्रवेशित विद्यार्थियों से नियमित रूप से महाविद्यालय आने की अपील करते हुए कहा किआप लोग यदि वास्तव में अपने गुरुजनो का सम्मान करते हुए गुरुदक्षिणा देना चाहते है,तो नियमित रूप से महाविद्यालय आएं, यही गुरुदक्षिणा होगी।
इस अवसर पर छात्र अरुण खटीक, मनीष कुशवाह, प्रहलाद कुशवाह, नम्रता कुशवाह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए महाविद्यालय के गुरुजनो का तिलक और पुष्पमाल से सम्मान किया। कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र कोली, डॉ. मुकेश यादव, डॉ. देवेन्द्र कदम, डॉ. देवेन्द्र कोली, डॉ. देवेन्द्र मौर्य, डॉ. दिलीप सिंह तोमर, डॉ. प्रियंका श्रीवास्तव, अनिल अरजरिया, नीरज कुशवाह, मीरा कर्ण, रवि आदिवासी सहित अनेक छात्र छात्रायें उपस्थित रही.